दिल्लीः मार्च से मिलने लगेंगे प्रदूषण के रीयल टाइम आंकड़े, स्रोत की भी मिलेगी जानकारी
सार
-दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने नए मॉनिटरिंग स्टेशन का किया दौरा
-प्रदूषण के स्रोत की भी हर मिनट में मिलेगी जानकारी
विस्तार
दिल्ली के वायु प्रदूषण का रीयल टाइम आंकड़ा मार्च से मिलने लगेगा। साथ ही सरकार को यह भी पता चलेगा कि प्रदूषण के स्रोत क्या-क्या हैं। इससे सरकार हर पल दिल्ली की आबोहवा पर नजर रख सकेगी। इसके आधार पर ही सरकार प्रदूषण से निपटने की कार्य योजना तैयार करेगी।
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को ध्यान चंद स्टेडियम में बनाए जा रहे रीयल टाइम एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सेंटर का दौरा किया। मौके का मुआयना करने के बाद वह निर्माण कार्य की प्रगति से संतुष्ट नजर आए। गोपाल राय ने बताया कि वाशिंगटन विश्वविद्यालय के सहयोग से इस केंद्र को तैयार किया जा रहा है।
अभी दिल्ली के वायु प्रदूषण को बताने वाली तीन रिपोर्ट हैं। पुरानी होने के साथ तीनों रिपोर्ट में एक खास समय का डाटा लिया जाता है और उसके अनुमान पर वायु गुणवत्ता का आकलन किया जाता है। लेकिन नए केंद्र रीयल टाइम बेसिस पर प्रदूषण के स्रोत व स्तर का पता चल सकेगा। मार्च से सेंटर काम करने लगेगा। इससे योजना तैयार करने में सहूलियत होगी।
गोपाल राय ने कहा कि केंद्र से आंकड़े मिलने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद सरकार बड़ा अभियान लांच करेगी। इसमें दो बातों पर फोकस किया जाएगा। पहले से जो प्रदूषण है, उसे कैसे कम किया जाए और प्रदूषण को बढ़ने से रोका कैसे जाए। इसके आधार पर तैयार कार्य योजना दिल्ली का प्रदूषण घटाने में मददगार होगी।
मॉनिटरिंग केंद्र से मिलने वाले आंकड़े
. हर मिनट दिल्ली के प्रदूषण स्तर की मिलेगी जानकारी।
. समय विशेष का पीएम-10 और पीएम-2.5 का स्तर व इसके बढ़ने की वजह।
. सल्फर डाईऑक्साइड और कार्बन मोनो आक्साइड का स्तर।
. प्रदूषण का स्रोत, कितना पराली जलने से और कितना धूल से।
. कचरा जलाने से कितना हुआ प्रदूषण और कूड़ा चलाने से कितना प्रदूषण।
. मार्च में इस सेंटर से प्राथमिक रिपोर्ट सरकार को मिलने लगेगी।
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को ध्यान चंद स्टेडियम में बनाए जा रहे रीयल टाइम एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सेंटर का दौरा किया। मौके का मुआयना करने के बाद वह निर्माण कार्य की प्रगति से संतुष्ट नजर आए। गोपाल राय ने बताया कि वाशिंगटन विश्वविद्यालय के सहयोग से इस केंद्र को तैयार किया जा रहा है।
अभी दिल्ली के वायु प्रदूषण को बताने वाली तीन रिपोर्ट हैं। पुरानी होने के साथ तीनों रिपोर्ट में एक खास समय का डाटा लिया जाता है और उसके अनुमान पर वायु गुणवत्ता का आकलन किया जाता है। लेकिन नए केंद्र रीयल टाइम बेसिस पर प्रदूषण के स्रोत व स्तर का पता चल सकेगा। मार्च से सेंटर काम करने लगेगा। इससे योजना तैयार करने में सहूलियत होगी।
गोपाल राय ने कहा कि केंद्र से आंकड़े मिलने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद सरकार बड़ा अभियान लांच करेगी। इसमें दो बातों पर फोकस किया जाएगा। पहले से जो प्रदूषण है, उसे कैसे कम किया जाए और प्रदूषण को बढ़ने से रोका कैसे जाए। इसके आधार पर तैयार कार्य योजना दिल्ली का प्रदूषण घटाने में मददगार होगी।
मॉनिटरिंग केंद्र से मिलने वाले आंकड़े
. हर मिनट दिल्ली के प्रदूषण स्तर की मिलेगी जानकारी।
. समय विशेष का पीएम-10 और पीएम-2.5 का स्तर व इसके बढ़ने की वजह।
. सल्फर डाईऑक्साइड और कार्बन मोनो आक्साइड का स्तर।
. प्रदूषण का स्रोत, कितना पराली जलने से और कितना धूल से।
. कचरा जलाने से कितना हुआ प्रदूषण और कूड़ा चलाने से कितना प्रदूषण।
. मार्च में इस सेंटर से प्राथमिक रिपोर्ट सरकार को मिलने लगेगी।